Meaning of verse:
I will describe the humble behavior (discipline and conduct) of an ascetic (bhikku), who is free from all worldly ties, and a homele...
हत्थी सु एरावण माहु णाये , सिओ मियाणं सलीनााण गंगा ! हर धर्म का अंतीम लक्ष होता है जन्म मरण के चक्कर से मुक्ति । जीवन सुखी होना ये किसी धर्म का लक्ष न...
हत्थी सु एरावण माहु णाये , सिओ मियाणं सलीनााण गंगा ! हर धर्म का अंतीम लक्ष होता है जन्म मरण के चक्कर से मुक्ति । जीवन सुखी होना ये किसी धर्म का लक्ष...
चातुर्मास पश्चात प्रथम विहार करते हुअे उपाध्याय प्रवीण ऋषीजी म.सा आदि ठाणा मोतीलाल जी भलग ट की विंनती स्वीकारते हुए श्री संघ खैरता बाद बधारे । म.सा. न...
चातुर्मास पष्चात प्रथम विहार करते हुअे उपाध्याय प्रवीण ऋशिजी म.सा आदि ठाणा बेगम पेठ स्थित श्री अषोक जी कोठारी के निवासस्थान पर पधारे । चातुर्मास समाप...