“सुलसा श्राविका पुरस्कार तथा आनंद श्रावक पुरस्कार “

अर्हम् विज्जा प्रणेता उपाध्याय प्रवर श्री प्रवीणऋषिजी म.सा. ने सुलसा श्राविका पुरस्कार तथा आनंद श्रावक पुरस्कार की घोषणा की थी की, ३० साल से अधिक उम्रवाले जो श्रावक श्राविका विधिसहित प्रतिक्रमण पूर्ण करेंगे, उन श्रावक के लिए “आनंद श्रावक पुरस्कार” तथा श्राविका के लिए “सुलसा श्राविका पुरस्कार” इन पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जाएगा।

जानकारी :

इस घोषणा को लक्ष्य रखकर ही जिनशासन गौरव मधुर व्याख्यानी पूज्य श्री सुनंदाजी म.सा. के सानिध्य में आचार्य सम्राट गुरुदेव पूज्य श्री आनंदऋषिजी म.सा. की दीक्षा जयंती के दिन “आनंद रत्न- रत्न आनंद पुरस्कार” के साथ साथ “आनंद श्रावक पुरस्कार” तथा “सुलसा श्राविका पुरस्कार” का आयोजन किया गया है।

लेकिन जनवरी २०२१ से प्रतिक्रमण शुरू करके जो पूर्णता की और बढ़े है उन्होंने ही जिसके पास प्रतिक्रमण सीखा है उनके नाम सहित अपना नाम दर्ज करना है।

रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख :

२० नवंबर २०२२

परीक्षा की तारीख : 

२२ नवंबर २०२२ और आगे

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